घटक द्वव्य |
शुद्ध सोनागेरु, सौंठ का चूर्ण । |
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भावना द्रव्य |
नागरबेल के पक्के पीले पान का रस। |
उपयोग |
पित्तजन्य शिरःशूल, सूर्यावर्त, मस्तक शूल, खट्टी वमन,निद्रानाश, पित्तज उन्माद, दाह, पित्तधातु की अम्लता का घटक द्रव्य ४. शिलाजीत और तीक्ष्णता का नाशक है। |
मात्रा |
250 मि.ग्रा. से 375 मि. ग्रा. |
अनुपान |
मिश्री युक्त दूध। |