घटक द्वव्य | शुद्ध हिंगुल, शुद्ध वात्सनाभ, शुद्ध गंधक, कालीमिर्च, |
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भावना द्वव्य | अदरक का रस। |
उपयोग |
वात ज्वर, दारूण, सन्निपात, जीर्ण ज्वर, निमोनिया,अजीर्ण ज्वर, विषम ज्वर, पक्षाघात, आमवात, कफ ज्वर,जुकाम, कास, कृमि रोग में हितकर। |
मात्रा | 65 मि.ग्रा. से 200 मि. ग्रा. |
अनुपान | अदरक का रस या जल। |