घटक द्वव्य |
शुद्ध पारद, शुद्ध गन्धक, लौह भस्म, वंग भस्म, ताम्र भस्म, कास्य भस्म, हरताल भस्म, नीले थोथे की भस्म, शंख भस्म, कपर्दिका भस्म, शुण्ठी, कृष्ण मरिच, पीपली हरीतकी, विभीतकी, आमलक, चव्य, कचूर, वायविडंग, पीपलामूल, पाठा, हाऊबेर, वच, एला, देवदारू, समुद्र नमक, सैंधव, साँभर लवण, विडंलवण, और कृष्ण लवण। |
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भावना |
लघु हरीतकी क्वाथ की 3 दिन तक | |
उपयोग |
अण्ड वृद्धि, अन्त्र वृद्धि, अण्डकोष में वायु भरने पर होने वाली पीड़ा, अण्डकोष में रस, रक्त भरना आदि सभी दोषों को दूर करती है। |
मात्रा | 125 मि. ग्रा. से 250 मि. ग्रा. (1-2 गोली ) दिन में 2 बार। |
अनुपान | जल |