घटक द्वव्य |
पूर्ण चन्द्रोदय (मकरध्वज), कर्पूर, वंग भस्म, लौह भस्म, लौंग, जायफल, जावित्री, केशर, अकरकरा, शुद्धकुचिला, अम्बर | |
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भावना द्रव्य |
नागर बेल पान रस |
उपयोग |
यह रसायन अत्यन्त वाजीकरण योग है। नपुंसकता और निर्बलता को नष्ट करके शरीर को सुदृढ़ बनाता ह |
मात्रा |
60 मि.ग्रा. से 120 मि.ग्र |
अनुपान | दूध-मलाई । |