घटक द्वव्य |
सौठ, कृष्ण मरिच, पीपली, हरीतकी, बावची, विभीतकी,आमलक, चव्य, चित्रक, विडनमक, सैंधव, कालानमक, लौह भस्म सभी समभाग, आमलकी चूर्ण, लौह भस्म, मधुयष्ठी चूर्ण, गिलोय क्वाथ | |
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उपयोग |
मेदो रोग, प्रमेह, कफज रोग, कफज कुष्ठ आदि रोगों का नाश करता है ।शरीर को बलवान व तेजस्वी रखता है। |
मात्रा | 500 मि. ग्रा. से 1 ग्राम दिन में 2 बार। |
अनुपान | घी और शहद |