घटक द्वव्य | सफ़ेद चन्दन , सेमल के फूल , दालचीनी , छोटी इलायची , तेजपात ,हरिद्रा , दारु हरिद्रा , अनन्तमूल, कृष्णा अनन्तमूल, नागरमोथा, खश, मुलेठी, आंवला, सनाय, वंशलोचन, भारंगी, देवदारु, बड़ी हरडृत्वक इन 18 औषधियों को समभाग व इन सभी के दुगनी लौह भस्म |
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उपयोग |
पित्तज कफज प्रमेह, श्वास, अर्श, जीर्ण, ज्वर, कामला,मस्तिष्क की उष्णता, मूत्र में पीलापन, निस्तेजता, निद्राकम आना, आलस्य, मन्द ज्वर, उत्साह हीनता, पाचन शक्तिमन्द, कास में उपयोगी । |
मात्रा | 250 मि. ग्रा. से 375 मि. ग्रा. दिन में 2 बार। |
अनुमान | शहद |