घटक द्वव्य |
शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, शुद्ध वात्स्नाभ, कृष्ण मरिच, अभ्रक भस्म, लौह भस्म, शंख भस्म व आरने कन्डो की कपड़ छान भस्म। |
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उपयोग |
प्रसूता स्त्रियों के ज्वर,अतिसार, सन्निपात ,उदरशूल, मक्कलशूल, वात प्रकोप, कफ विकार, प्रतिश्याय में हितकर है। |
मात्रा |
375 मि.ग्रा. से 750 मि.ग्रा. दिन में 2 बार। |
अनुपान |
अदरक स्वरस और शहद या तुलसी स्वरस |