Size: 50 ML100 ml
Diamond
Qty ::
निर्गुण्डी (सम्हालु) जड़ व पत्र रस, तिल तैल।
यह तैल नाड़ीब्रण, कुष्ठ, वातजन्य वेदना, पामा, अपची रोगों में पान, अभ्यंग व पूरण करना हितकर है।