घटक द्वव्य |
लौंग, शीतल मिर्च, खस, सफेद चन्दन, तगर, काला जीरा,नीलोफर, छोटी इलायची, काली अगर, दालचीनी,नागकेशर, पीपल, सौंठ, जटामांसी, कर्पूर, नागरमोथा, जायफल, वंशलोचन, मिश्री । |
---|---|
उपयोग |
यह त्रिदोषप्न है। राजयक्ष्मा जन्य छाती की जकड़ाहट,तमक श्वास, कण्ठावरोध, कफकास, शुष्क कास, हिक्का,अरूचि, यक्ष्मा, पीनस, ग्रहणी, अतिसार, भगन्दर, अर्जुद,प्रमेह, बातजगुल्म में हितकर। |
मात्रा | 2-4 ग्राम दिन में 3 बार |
अनुपान | शहद। |