घटक द्वव्य |
हीरा भस्म,स्वर्ण भस्म ,पूर्ण चंद्रोदय (मकरध्वज),अभ्रक भस्म 1000 पुटी ,एव मोती पिष्टी । |
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उपयोग |
-यह औषधि शक्तिप्रद रसायन है। इसके सेवन से बल ,वीर्य,मेघा,शक्ति बढ़ती है। यह राजयक्षमा ,धातुक्षय,पाण्डु,अशक्ति,करकताबुर्द (कैंसर),सोमरोग,प्रमेह जन्य दुर्बलता एवं नपुंसकता अदि विकारो, पर पूर्ण लाभ करती है। |
मात्रा | 50 मि. ग्रा. से 100 मि. ग्रा. |
अनुपान | मलाई ,मिश्री,दूध के साथ । |