घटक द्वव्य |
प्रवाल पिष्टी, रससिन्दूर, मुक्ता पिष्टी, अभ्रक भस्म, स्वर्ण भस्म, रौप्य भस्म, लौह भस्म, नाग भस्म, केशर, अम्बर शतपुटी और वंग भस्म । |
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भावना द्वव्य |
अडूसे का रस, हल्दी का क्वाथ, ईख का रस, कमल के फूलों का रस, मालती पुष्प का रस, गाय का दुग्ध, केले के तने का रस, कस्तूरी और चन्दन | |
उपयोग |
अण्डकोष, हृदय, मस्तिष्क, पंचनेन्द्रिय, जननेन्द्रिय और 'फुफ्फुसों के लिए पौष्टिक, वीर्य वर्धक, कामोत्तेजक, मधुमेह और मानसिक निर्बलता नाशक, श्वास, कास शामक | पुरुषों एवं स्त्रियों के विभिन्न रोगों में प्रयोजनीय । |
मात्रा | 125 मि. ग्रा. से 375 मि. ग्रा. |
अनुपान | दूध-मिश्री या मलाई । |